मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण योजना: बिहार सरकार की महत्वपूर्ण पहल
बिहार सरकार ने शिक्षा और व्यावसायिक कौशल के क्षेत्र में सुधार के उद्देश्य से मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण योजना (Chief Minister Vocational Course Guidance and Motivation Scheme) की शुरुआत की है। यह योजना विशेष रूप से बिहार राज्य के पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए है, ताकि वे विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकें और अपने भविष्य को संवार सकें। इस योजना का उद्देश्य इन वर्गों के विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र में प्रोत्साहन और मार्गदर्शन प्रदान करना है।
योजना का विवरण
बिहार सरकार के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के अंतर्गत यह योजना संचालित की जा रही है। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार विद्यार्थियों को कोचिंग सहायता, आर्थिक प्रोत्साहन और अध्ययन सामग्री प्रदान करती है, जिससे वे उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकें और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकें।
पात्रता मानदंड
इस योजना के तहत लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं, जो इस प्रकार हैं:
बिहार राज्य के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग के छात्र/छात्राएं: योजना का लाभ सिर्फ बिहार राज्य के उन विद्यार्थियों को मिलेगा जो पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्ग से संबंधित हैं।
प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले विद्यार्थी: जिन विद्यार्थियों का उद्देश्य CAT, MAT, NET, GATE, JRF जैसी महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करना है, वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
योजना के प्रमुख बिंदु
कोचिंग सहायता:
योजना के तहत, विद्यार्थियों को CAT (Common Admission Test), MAT (Management Aptitude Test), और अन्य व्यावसायिक परीक्षाओं के लिए कोचिंग प्रदान की जाएगी।
इसके साथ ही, NET (National Eligibility Test), GATE (Graduate Aptitude Test in Engineering), JRF (Junior Research Fellowship) जैसी महत्वपूर्ण प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए भी कोचिंग सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। इससे छात्रों को इन कठिन परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने का एक मजबूत अवसर मिलेगा।
योजना का लाभ
मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण योजना का मुख्य उद्देश्य बिहार राज्य के पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों को उच्चस्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए आर्थिक और शैक्षिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना न केवल छात्रों को कोचिंग और अध्ययन सामग्री प्रदान करती है, बल्कि उन्हें अपनी शिक्षा में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए प्रेरित भी करती है।
आर्थिक सहायता:
योजना के तहत, विद्यार्थियों को 75% उपस्थिति के आधार पर ₹3,000 प्रति माह की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। यह राशि छात्रों को उनकी कड़ी मेहनत और उपस्थिति के लिए एक प्रोत्साहन के रूप में प्रदान की जाएगी।
आरक्षण: पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 40% और अति पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए 60% आरक्षण का प्रावधान है, ताकि इस योजना का लाभ इन वर्गों के विद्यार्थियों को अधिक से अधिक मिल सके।
निःशुल्क अध्ययन सामग्री: छात्रों को उनकी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए आवश्यक अध्ययन सामग्री भी मुफ्त में प्रदान की जाएगी। यह सामग्री उनके अध्ययन को आसान और प्रभावी बनाएगी।
आवश्यक दस्तावेज: योजना का लाभ उठाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी, जिनमें शामिल हैं:
1. फोटो: छात्र/छात्रा का पासपोर्ट साइज फोटो।
2। जाति प्रमाण पत्र: पिछड़ा वर्ग या अति पिछड़ा वर्ग का जाति प्रमाण पत्र।
३. आय प्रमाण पत्र: छात्र/छात्रा के परिवार की आय का प्रमाण।
4। आवासीय प्रमाण पत्र: यह प्रमाण पत्र यह सुनिश्चित करता है कि विद्यार्थी बिहार राज्य का निवासी है।
5. शैक्षिक योग्यता से संबंधित प्रमाण पत्र: छात्रों को अपनी शैक्षिक योग्यता का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा।
6. आधार कार्ड: आधार कार्ड का उपयोग छात्र की पहचान के लिए किया जाएगा।
7. बैंक खाता विवरण: छात्र के नाम से बैंक खाता विवरण की आवश्यकता होगी, ताकि राशि सीधे उनके खाते में ट्रांसफर की जा सके।
साथ ही, आर्थिक सहायता और प्रोत्साहन राशि छात्रों के लिए एक बड़ा प्रेरणा स्रोत बनेगी, जिससे वे अपनी पढ़ाई में निरंतर मेहनत कर सकेंगे। इस योजना का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह विद्यार्थियों को समान अवसर देती है और उनके सपनों को साकार करने में मदद करती है।
मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण योजना: ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
यहां दी गई ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को ध्यान से पढ़ें और सुनिश्चित करें कि आपने सभी आवश्यक कदम सही तरीके से उठाए हैं।
1. नीचे दिए गए लिंक से आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
इस योजना के तहत ऑनलाइन आवेदन करने के लिए आपको पहले बिहार सरकार के पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। वे
2. आवेदन लिंक पर क्लिक करें
वेबसाइट पर जाने के बाद, आपको “मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण योजना” के तहत आवेदन करने का लिंक मिलेगा। इस लिंक पर क्लिक करें ताकि आप आवेदन फॉर्म तक पहुंच सकें।
3. आवेदन फॉर्म भरें
आवेदन लिंक पर क्लिक करने के बाद, एक ऑनलाइन आवेदन फॉर्म खुल जाएगा। इसमें आपको निम्नलिखित जानकारी भरनी होगी:
व्यक्तिगत जानकारी: जैसे नाम, जन्मतिथि, संपर्क जानकारी (मोबाइल नंबर, ईमेल आदि)
शैक्षिक योग्यता: पिछले शैक्षिक प्रमाण पत्र (12वीं, स्नातक आदि)
जाति प्रमाण पत्र: पिछड़ा वर्ग या अति पिछड़ा वर्ग के लिए आवश्यक जाति प्रमाण पत्र
आवासीय प्रमाण पत्र: बिहार राज्य का निवासी होने का प्रमाण
आधार कार्ड विवरण: आधार कार्ड नंबर, और आधार से जुड़ी अन्य जानकारी
4. आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें
आपको आवेदन के साथ कुछ आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने होंगे:
5. आवेदन शुल्क का भुगतान
6. आवेदन फॉर्म सबमिट करें
सभी जानकारी सही तरीके से भरने और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करने के बाद, आवेदन फॉर्म को एक बार फिर से जांच लें। सभी विवरण सही होने पर, "सबमिट" बटन पर क्लिक करें।
7. आवेदन रसीद का प्रिंट आउट लें
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री व्यावसायिक पाठ्यक्रम मार्गदर्शन एवं उत्प्रेरण योजना बिहार के पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए एक बड़ी राहत है। यह योजना उन्हें अपने लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए जरूरी संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करती है। यदि आप बिहार राज्य के निवासी हैं और पिछड़ा या अति पिछड़ा वर्ग से ताल्लुक रखते हैं, तो इस योजना का लाभ उठाकर आप अपनी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी को और भी बेहतर बना सकते हैं।
आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आप इस योजना के बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और आवेदन प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।
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